नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र के 12वें दिन अडाणी मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस जारी रही। विपक्ष ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। इन सबके बीच, राज्सभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक, फिर 12 दिसंबर के लिए स्थगित कर दी गई। उधर विपक्षी सांसद, संसद परिसर में तिरंगा और फूल लेकर पहुंचे और सत्ता पक्ष के सांसदों को भेंट किया।
विपक्ष ने सभापति पर लगाया पक्षपात का आरोप
विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। 10 दिसंबर को विपक्ष ने राज्यसभा के जनरल सेक्रेटरी पीसी मोदी को इस प्रस्ताव का नोटिस दिया था, जिस पर 60 सांसदों के हस्ताक्षर हैं। विपक्ष का कहना है कि धनखड़ सदन में विपक्ष की आवाज दबाते हैं और सदन के अंदर किसी बीजेपी नेता की तरह संसद की कार्यवाही को अंजाम देते हैं। यह सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा बनाए गए नियमों के विरूद्ध है।
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, मैंने अपने राजनीतिक जीवन में इतना पक्षपाती सभापति कभी नहीं देखा। विपक्षी सांसदों को बोलने नहीं दिया जाता है।
भाजपा ने विपक्ष पर लगाए आरोप
राज्यसभा में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सभापति का बचाव करते हुए कहा, 72 साल बाद किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बना है। विपक्ष ने सदन की गरिमा गिराई है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर मुद्दों को भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष सोरोस और कांग्रेस के बीच संबंधों पर चर्चा से बच रहा है। उन्होंने कहा, यह देश की संप्रभुता और सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा है।
विपक्ष का प्रदर्शन जारी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह सदन में चर्चा से बच रही है। उन्होंने कहा, हम रोज कोशिश करते हैं कि चर्चा हो, लेकिन सरकार किसी न किसी बहाने सदन स्थगित करवा देती है।
आज दोपहर 3 बजे विपक्षी गठबंधन ढ्ढहृष्ठढ्ढ्र ब्लॉक ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की घोषणा की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े इसमें विपक्ष की रणनीति और आरोपों पर बात करेंगे।