इशारों-इशारों में बजरंग दल पर कसा तंज
पंजाब : मशहूर पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ को कॉन्सर्ट को रद्द करने के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। दलजीत दोसांझ का कॉन्सर्ट से लगातार विवाद जुड़ रहे हैं। गौरतलब है कि, दलजीत दोसांझ के इंदौर कॉन्सर्ट को बजरंग दल ने रद्द करने की मांग की है। इसी बीच गायक दलजीत दोसांझ ने उर्दू के मशहूर शायद राहत इंदौरी की शायरी के जरिए जवाब दिया है।
दलजीत दोसांझ ने गत रविवार को अपने दिल-लुमिनाती टूर कॉन्सर्ट में इंदौर की सबसे मशहूर गजल किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है का जिक्र करते हुए नजर आए। आपको बता दें कि दलजीत दोसांझ के इंदौर कॉन्सर्ट को बजरंग दल ने रद्द करने की मांग की है। हिंदू संगठन का कहना है कि कॉन्सर्ट में खुले में शराब और मांस परोसा जाता, जिसके हम खिलाफ हैं। बजरंग दल का कहना है कि उनका मकसद देश की संस्कृति को बचाना है।
इसी बीच गायक दलजीत दोसांझ ने उन्हें शायरी के जरिए जवाब दिया है। आपको ये भी बता दें कि, 2020 में राहत इंदौरी का निधन हो गया था। उनकी मशहूर शायरी के अल्फाज हैं- अगर खिलाफ हैं होने दो, जान थोड़ी है। ये सब धुआं है आसमां थोड़ी है। सभी का खून है शामिल यहां की मिट्टी में, किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है। इंदौरी की शायरी को हाल ही में तब लोकप्रियता मिली, जब नागरिकता (संशोधन) अधिनियम और अखिल भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ विरोध करने वालों के लिए एक नारा बन गई थी।
वहीं इस कॉन्सर्ट के बारे में इंदौर में बजरंग दल नेता तन्नू शर्मा का कहना है कि, हमारा विरोध नशे के सेवन के खिलाफ था। हम इस कॉन्सर्ट के खिलाफ नहीं हैं। इन समारोहों में शराब, मीट का सेवन करना हमारी संस्कृति में नहीं है। हम उसके खिलाफ हैं।