कहा, धार्मिक सजा पूरी करने के बाद सक्रिय राजनीति से लूंगा सन्यास
पंजाब : श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशानुसार वरिष्ठ अकाली नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने तख्त श्री केसगढ़ साहिब में धार्मिक सेवा की। सुबह उन्होंने सबसे पहले नीला चौला धारण करके तख्त श्री केसगढ़ साहिब के बाहर सेवादार के रूप में सेवा निभाई।
उसके बाद एक घंटे तक कीर्तन श्रवण किया और लंगर हाल में बर्तन धोने की सेवा निभाई। सेवा के बाद ढींडसा ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा गठित 7 सदस्यीय कमेटी द्वारा चुने गए अध्यक्ष को वह मंजूरी देंगे।
सुखबीर सिंह बादल पर हमला करने वाले नारायण सिंह चौड़ा को सम्मानित करने वाले केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्ट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ढींडसा ने कहा कि बिट्टू बचकानी बातें करने के आदी हैं। इस मौके पर मनजिंदर सिंह बराड़, हरबंस सिंह मंझपुर, भूपिंदर सिंह बजरूड़ आदि मौजूद थे।
धार्मिक सजा पूरी करने के बाद सक्रिय राजनीति से लूंगा सन्यास : ढींडसा
शिरोमणि अकाली दल सुधार आंदोलन के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि वह श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा सुनाई धार्मिक सजा पूरा करने के बाद सक्रिय राजनीति छोड़ देंगे। उनकी इस घोषणा से पिछले कई सालों से हाशिए पर चल रहे अकाली दल की राजनीतिक सियासत में फिर से गरमाहट आ गई है।
सुखदेव ढींडसा ने श्री आनंदपुर साहिब में अपनी सेवा निभाई। इससे पहले ढींडसा का बयान सामने आया था। जिसमें, उन्होंने कहा था कि नई भर्ती के बाद बनने वाले डैलीगेट्स सुखबीर बादल को अध्यक्ष चुनते हैं, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
ढींडसा ने शनिवार को दिए गए बयान पर कायम रहने की बात करते हुए कहा कि उनसे यह स्पष्ट नहीं है कि श्री अकाल तख्त साहिब सात सदस्यीय कमेटी द्वारा की गई भर्ती के तहत जो भी चयनित होगा और जो कानूनी तौर पर स्वीकृत होगा वही सभी को मान्य होगा। उन्होंने कहा कि भर्ती के बाद अगर सुखबीर बादल दोबारा अध्यक्ष चुने जाते हैं तो हम कोई आपत्ति नहीं कर सकते।