9 साल पुराने केस में सुप्रीम कोर्ट से झटका
नई दिल्ली : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की निंदा से जुड़े तीन मामलों में राम रहीम के खिलाफ जांच चल रही है। इसी साल मार्च में इन मामलों की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट को सौंप दी गई। इस आदेश को पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट का आदेश दोबारा जारी किया गया हैं।
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के फैसले को पलट दिया। साथ ही कोर्ट ने पंजाब सरकार के अनुरोध पर राम रहीम को नोटिस भी जारी किया, कोर्ट को चार हफ्ते के भीतर जवाब देना होगा। इस मामले में जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की बेंच ने मामले की सुनवाई की और नोटिस जारी किया। पंजाब सरकार की ओर से पेश ए.जी., गरमिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने निष्कर्ष निकाला है कि 6 सितंबर की अधिसूचना कानून के अनुसार थी।
जस्टिस गवई ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि समन्वय पैनल के आदेश को कोई कैसे नजरअंदाज कर सकता है? वरिष्ठ वकील सोनिया माथुर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने वही किया जो राज्य ने कहा था। यह उनकी ओर से एक वैकल्पिक प्रस्तुति थी। बता दें कि मामले दो सेट होते हैं, एक पुलिस पर गोलीबारी, दूसरा धर्मग्रंथों का अपमान।
साल 2015 का मामला
जहां तक ??सीबीआई की मंजूरी की बात है तो पंजाब सरकार के डीजी ने कहा कि ये सभी एक ही अधिसूचना का स्रोत हैं। सोनिया माथुर ने कहा कि अलग-अलग विचार हैं। जरा बड़ी बेंचों को देखिए। सरकार ने इसे निलंबित कर दिया है। अन्यथा यह डिविजन बेंच द्वारा किया गया होता। यह घटना 2015 में हुई थी और वर्तमान में इसकी जांच चल रही है।