हिल रहा रसोई का बजट
जालंधर, (राजविन्द्र) : नवरात्रों के चलते के चलते जहां अधिकतर लोग प्याकाों के रिक्त सब्जी बना रहे हैं वहीं पर उसी सब्जी मे पडऩे वाले टमाटर के भाव आसमान को छू रहे हैं। टमाटरों की बढ़ती कीमत ने आम लोगों की रसोई के बजट को हिला दिया है। टमाटरों की बढ़ती कीमतें आम लोगों को सब्जी से टमाटर को रिक्त करती जा रही है। टमाटरों की बढ़ती कीमतों का कारण एक तो प्रोडक्शन की कमी और दूसरी मौसम की मार बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों में टमाटरों की कीमते कुछ कम थी मगर अब लगातार कीमतें बढ़ती जा रही है। टामटर नासिक और महाराष्ट्र से आ रहा है। हालाकि बतायाजा रहा है कि नासिक में मौसम की मार से टमाटरों की आमद मे काफी गिरावट आई है। टमाटर दूसरे राज्यों से आते आम जनता तक पहुंचने में मंहगा हो जाता है। जानकारी देते हुए बातचीत करते हुए सब्जी मेंडी मकसूदां में आढ़त का काम करने वाले डिंपी सचदेवा ने बताया कि होलसेल में उन्हें सारे खर्चे डालकर करीब दो हकाार रुपए प्रति क्रेट पड़ता है। क्रेट में करीब 25 किलो टमाटर होते हैं जिनमें कई खराब भी होते हैं। इस हिसाब से करीब 80 रुपे प्रति किलो के हिसाब से टमाटर बेचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले नासिक आर महाराष्ट्रा से टमाटर आते थे मगर अब नासिक में भारी बारिश व मौसम की मार से टमाटरों की काफी कमी आ गई है और अब केवल महाराष्ट्र से ही टमाटर आ रहा है। सब्जी विक्रेता रेहड़ी फड़ी वाले होल सेल से खरीदकर आगे उन्ही टमाटरों को अपने खर्चे निकाल कर करीब सौ रुपए किलो के हिसाब से बेच रहे हैं। बताया यह भी जा रहा है कि शायद आने वाले दिनों में टमाटरों की कीमतों में गिरावट हो मगर अभी इन दिनों में टमाटरों की कीमत लगातार बढ़ रही है। आज सौ रुपए प्रति किलो में बिकने वाला टमाटर कुछ समय पहले 50 और 20 रुपये किलो तक भी बिका है।