डिलीवरी के दौरान कथित लापरवाही के चलते महिला और नवजात की मौत

* गुस्साए लोगों ने तीन घंटे लगाया जाम
* पुलिस ने अस्पताल संचालक डॉक्टर को हिरासत में लेकर दर्ज किया मामला

गढ़शंकर : गांव झोनोवाल में एक निजी अस्पताल में गर्भवती महिला की डिलीवरी के ऑपरेशन में कथित लापरवाही और नवजात के इलाज में लापरवाही के चलते पीजीआई में मौत हो गई। मामले में गुस्साए लोगों ने बीती रात गढ़ी मानसोवाल मोड़ पर जाम लगा दिया। पुलिस ने मृतकों के परिजनों व प्रदर्शनकारियों की मांग पर अस्पताल के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
इससे पहले तीन घंटे लगे जाम के दौरान लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उक्त अस्पताल की जांच करवाई जाए कि यह अस्पताल कैसे चल रहा और कैसे यहां डिलीवरी के ऑपरेशन किए जा रहे हैं। इस दौरान ऑल इंडिया जाट महासभा, पंजाब के महासचिव एएस बोपासाय, पूर्व सरपंच जगदेव सिंह, सरपंच सुरिंद्र कुमार व अन्य मौजूद रहे। इसके बाद एसएचओ गढ़शंकर बलजिंदर सिंह, पुलिस चौकी इंचार्ज एएसआई वासदेव मौके पर पहुंचे और कहा कि हम मामला दर्ज कर रहे हैं। अस्पताल के संचालक डॉ. अश्वनी कुमार उर्फ रवि को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस को दिए बयान में बलराम सिंह पम्मू पुत्र किशोर लाल निवासी गांव मावां, थाना नूरपुर वेदी, जिला रोपड़ ने कहा कि उनकी पत्नी पूजा देवी (29) को प्रकाश अस्पताल, झोनोवाल लेकर गए थे। 17 सितंबर को डॉ. अश्वनी कुमार उर्फ रवि ने उन्हें कहा कि डिलीवरी का समय हो चुका है। लिहाजा एक दो दिन देख लें नहीं तो ऑपरेशन करना पड़ेगा। पूजा देवी को 20 सितंबर को प्रकाश अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। 21 सितंबर को डिलीवरी के लिए ऑपरेशन किया गया और पूजा देवी ने बेटे को जन्म दिया। ऑपरेशन के बाद बच्चे और पूजा देवी की हालत खराब हो गई। बच्चे को वेंटिलेटर लगा दिया गया। नवजात की हालत खराब होने पर उसे कृष्णा अस्पताल ऊना, हिमाचल प्रदेश रेफर कर दिया गया। उधर प्रकाश अस्पताल में 22 जुलाई को पूजा देवी की हालत और खराब हो गई तो डॉ. अश्वनी कुमार उर्फ रवि ने बिना बताए एंबुलेंस मंगवाकर उसे गुरदेव अस्पताल, नूरुपुर बेदी भेज दिया। वहां से डॉक्टर ने ब्लीडिंग ज्यादा होने की बात कह उन्हें पीजीआई ले जाने को कहा। पीजीआई में डॉक्टरों ने पूजा देवी को मृत घोषित कर दिया।
इसी बीच 23 सितंबर को कृष्णा अस्पताल ने भी बच्चे को सीरियस बताकर पीजीआई रेफर कर दिया, जिसके बाद पीजीआई में बच्चे की भी मौत हो गई। बलराम सिंह पम्मू ने आरोप लगाया कि कि प्रकाश अस्पताल के डॉ. अश्वनी कुमार उर्फ रवि ने उनकी पत्नी पूजा देवी की डिलीवरी के ऑपरेशन व उसके बाद इलाज में की लापरवाही की, जिससे उसकी पत्नी और नवजात की मौत हो गई।