पंजाब : किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने गुरुवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शंभू सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को उनकी मांगों पर बातचीत के लिए केंद्र की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
पंधेर ने एक न्यूज एजेन्सी से कहा कि दिल्ली आंदोलन 2.0 शुरू हुए 305 दिन हो चुके हैं और ‘आमरण अनशन’ को सात दिन हो चुके हैं। मंत्री गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, हमें सरकार की बातचीत करने की मंशा के बारे में कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। सरकार किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं कर रही है। मैं सभी से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील करता हूं। उन्होंने बताया कि 101 किसानों का एक समूह 14 दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच करेगा।
किसान राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा फसलों के लिए रूस्क्क सहित 12 मांगों का चार्टर मांग रहे हैं। किसान नेता स्वर्ण सिंह पंधेर ने कहा था कि किसान भाजपा और इंडिया ब्लॉक नेताओं दोनों से नाखुश हैं।
उन्होंने कहा, चाहे इंडिया गठबंधन हो या सत्तारूढ़ भाजपा सरकार, किसान दोनों में से किसी से भी खुश नहीं हैं। किसानों के अलग मुद्दे हैं और युवाओं के अलग मुद्दे हैं।
इससे पहले, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (रूस्क्क) के मुद्दे पर कांग्रेस और विपक्षी दलों की आलोचना की। किसानों को समर्थन देने के कांग्रेस के दावे और किसानों को रूस्क्क देने के वादे पर प्रतिक्रिया देते हुए सैनी ने कहा कि हिमाचल और तेलंगाना में कांग्रेस सरकारें रूस्क्क पर फसल खरीदने में विफल रही हैं।
सैनी ने कहा, पिछले 10 सालों में हमने रूस्क्क पर फसलें खरीदी हैं। हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस सरकार यह नहीं कह सकती कि वे 100 प्रतिशत रूस्क्क पर फसलें खरीदेंगे। लोगों ने उनकी असलियत समझ ली है।
विपक्षी नेताओं ने सरकार की स्थिति से निपटने की आलोचना की है और किसानों के सामने उर्वरक की कमी और रूस्क्क जैसे मुद्दों को उजागर किया है।
वादों को पूरा नहीं कर रहा केंद्र, मंत्री दे रहे गैरजिम्मेदाराना बयान : सरवन सिंह पंधेर
